अनेक संस्कृती खगोलशास्त्रीय घटनाओंको महत्त्व देता है| उनमेसे भारतीय, चीनी आणि मयान संस्कृतियों ने दिव्य निरीक्षणसे ऐहिक घटनांओंका भाकित करने के लिए कुछ जटिल प्रणालीओं को विकसित किया है|पश्चिम संस्कृतीमें ज्योतिष सर्वसाधारण पत्रिका प्रणाली में समाविष्टीत है| व्यक्ती के पत्रिका में जन्म के समय चंद्र, सूर्य और अन्य दिव्य वस्तूओंके स्थानोसे व्यक्तित्व के पैलू का और जीवन में भविष्यमें क्या होने वाला है इसका भाकित किया जाता है|अधिकांश पेशेवर ज्योतिषी इस तरह के तंत्र का प्रयोग करतें है| संपूर्ण इतिहास में ज्योतिष विद्या को बुध्दिमान परंपरा मन जाता है|