अगर किसी जातक (लड़का / लड़की) का जन्म इन नक्षत्रों में होता है, तो उस जातक को मुल नक्षत्र (सातीक) का दोष लगता है| इसका परिणाम माता, पिता, बालक / बालीका, दादा – दादी व मामा – मामी के ऊपर पड़ता है|
नक्षत्रों के प्रकार
- जेष्ठा
- मुल
- आश्लेषा
- अश्विनी
- मघा
- रेवती